What is Digital Marketing in Hindi : आज इंटरनेट ने हमारे जीवन को बहोत आसान बना दिया है पहले जो काम करने में हमें 5 से 6 दिन लगते थे अब वो काम चुटकियों में हो जाता है यहाँ तक की हम घर बैठे ही शॉपिंग कर लेते है, घर बैठे खाना मंगा लेते है इत्यादि। कोरोना काल में इंटरनेट के कारन ही हमारा काम, बच्चों की पढाई इत्यादि रुका नहीं। आज के पोस्ट Digital Marketing Kya Hai में हम Discuss करेंगे डिजिटल मार्केटिंग क्या है, डिजिटल मार्केटिंग क्यों जरूरी है, Digital Marketing vs Traditional Marketing दोनों में क्या अंतर है, डिजिटल मार्केटिंग सैलरी और डिजिटल मार्केटिंग से सम्बंधित बहोत सारे सवालो पर।

Digital Marketing

Digital Marketing Kya Hai in Hindi

Digital Marketing Kya Hai

आपने TV देखते वक्त कुछ Ad (प्रचार) जरूर देखा होगा इसके आलावा जब आप घर से बहार निकलते है तो आपको कुछ Hording, Poster इत्यादि देखने को मिलते होंगे जहाँ किसी कंपनी का Ad लगा होगा, आज के समय में इन्हे traditional marketing कहा जाता है। 

जो काम traditional marketing में की जाती है वही काम digital marketing में भी की जाती है बस digital marketing में TV, Hording, Poster, रेडीओ, अखबार इत्यादि की जगह Internet ले लेता है, कुछ सुविधाएं बढ़ जाती है और Ad पर खर्च होने वाले पैसे बहोत हद तक कम हो जाते है। 

मार्केटिंग करने के पीछे दो ही उद्देश्य (Goal) होता है। पहला अपनी कंपनी, प्रोडक्ट या सर्विस का नाम लोगो को याद करवा देना और दूसरा अपनी प्रोडक्ट या सर्विस को बेचना। 

दोनों उद्देश्यों को पूरा करने के लिए जरूरत होती है promotional content की जिन्हे Ad बोला जाता है। 

Digital marketing और Traditional marketing दोनों में मार्केटिंग का उद्देश्य एक ही रहता है बस Digital marketing में बहोत कम खर्च में बहोत ज्यादा result मिलता है। आइए जानते है Digital marketing, Traditional marketing से कैसे बेहतर है और दोनों में क्या अंतर है। 

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Digital Marketing vs Traditional Marketing

Digital Marketing vs Traditional Marketing

Digital Marketing और Traditional Marketing दोनों मार्केटिंग का ही तरीका है पर दोनों में काफी अंतर है आइए देखते है दोनों के बिच के अंतर को। 

Traditional Marketing

1. Traditional Marketing में TV Ads, Poster, Banner, Newspaper Ad इत्यादि के द्वारा हम अपनी Ad. लोगो को दिखाते है। 

2. TV Ads, Poster, Banner, Newspaper Ad में हमारा Ad किसे दिखना चाहिए और किसे नहीं दिखना चाहिए यह हम तय नहीं कर सकते है जिसके कारन हमारा Ad उन लोगो को भी दीखता है जो हमारे प्रोडक्ट या सर्विसेज में रूचि नहीं रखते। 

3. Traditional Marketing के माध्यम से सिर्फ Brand Awareness ही किया जा सकता है यानि Conversion हो या ना हो पैसे आपको पुरे देने पड़ेंगे। इसे थोड़ा आसान भाषा में समझते है, Traditional Marketing में सिर्फ Ad दिखाने का पैसा लगता है लोग आपकी सामान को खरीदते है या नहीं इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। 

4. Traditional Marketing में One Way Communication होता है यानि सिर्फ आप अपनी बात लोगो को बता सकते हो लोगो की बात आप नहीं सुन सकते।

5. यहाँ ROI (Return on investment) मेजर करना काफी मुश्किल है। 

Digital Marketing

1. इंटरनेट के माध्यम से जो भी प्रचार प्रसार किए जाते है वो Digital Marketing के अंतर्गत आते है जैसे :- YouTube , Social Media, Search Engine Ad. इत्यादि

2. डिजिटल मार्केटिंग में Targeting के काफी Option होते है जिससे हम उन्ही लोगो को Ad दिखा सकते है जो हमारे प्रोडक्ट या सर्विसेज में रूचि रखते है या जिन्हे हमारे प्रोडक्ट या सर्विसेज की जरूरत है। यही कारण होता है की Digital Marketing में बहोत कम खर्च में ज्यादा Conversion मिलते है। 

3. Digital Marketing में पैसे Brand Awareness, Lead Generation और Conversion तीनो में से किसके लिए देने है यह हम निर्धारित कर सकते है।

Brand Awareness = लोगो को अपने ब्रांड या प्रोडक्ट के बारे में बताना उसे ही Brand Awareness बोला जाता है। जब Brand Awareness करना होता है तो 1 आदमी को दिन में कम से कम 3 से 4 बार दिखाया जाता है ताकि ब्रांड का नाम उसे याद हो जाए। 

Lead Generation = आपने कहीं Ad. चलाया और उस Ad. में आपका फोन नंबर दिया हुआ है तो उस Ad. को देखकर कोई आपको कॉल करता है तो उसे Lead Generation बोला जाता है। सिर्फ कॉल करना ही Lead Generation नहीं होता, आपने Ad में वेबसाइट का URL दिया है और Ad. को देखकर कोई आपके वेबसाइट पर जाता है वह भी Lead Generation ही है यानि आप लोगो को जहाँ ले कर जाना चाहते थे लोग वहाँ जाते है तो वह Lead Generation ही कहलाता है। 

Conversion = जब कोई आपके प्रोडक्ट को खरीदता है तो उसे Conversion बोला जाता है। 

4. Digital Marketing में Two Way Communication होता है यानि आप अपनी बात लोगो को बता सकते हो और लोग उसके बारे में क्या बोल रहे है जान सकते हो। 

5. यहाँ ROI मेजर करना काफी आसान होता है। 

यही कुछ मुख्य अंतर है Digital Marketing और Traditional Marketing में और इन्ही अंतर के कारन लोग डिजिटल मार्केटिंग में आज ज्यादा रूचि दिखा रहे है। 

इंटरनेट मार्केटिंग क्यो आवश्यक है ? (Importance of Internet Marketing in Hindi)

Importance of Internet Marketing in Hindi

जैसे जैसे समय गुजरता तो गुजरते समय के साथ चीजे भी बदलती है, पहले मनोरंजन के लिए नाटक, सर्कस, लोकनृत्य हुआ करते थे फिर समय आया फिल्मो का लोग सिनेमा हॉल में जाकर फिल्म देखने लगे उसके बाद समय आया TV का और लोग मनोरंजन के लिए TV का उपयोग करने लगे और आज समय है इंटरनेट का लोग मनोरंजन के लिए ज्यादा इंटरनेट का ही उपयोग कर रहे है। 

सिर्फ मनोरंजन ही नहीं बल्कि लगभग सारे काम आज इंटरनेट से हो रहे है जैसे :- शॉपिंग, पढाई, नौकरी (Work From Home) इत्यादि। 

आप इसी से अंदाजा लगा सकते है की आज इंटरनेट लोगो के जीवन में कितना अहमियत रखता है। जहाँ लोग ज्यादा समय व्यतीत करते है वहाँ मार्केटिंग करने का क्या फायदा होता है आप भलीभाँति जानते है। 

Phone Pe, Swiggy, Zomato इत्यादि ये कुछ ऐसे ब्रांड के नाम है जो डिजिटल मार्केटिंग करके Success हुए है। अब मुझे लगता आप इंटरनेट मार्केटिंग क्यो आवश्यक है अच्छे से समझ गए होंगे। 

इंटरनेट मार्केटिंग के प्रकार (Types of Internet Marketing)

Types of Internet Marketing

इंटरनेट मार्केटिंग, मार्केटिंग का एक ऐसा तरीका है जिसे इंटरनेट के द्वारा ही संचालित किया जा सकता है। चलिए जानते है इंटरनेट मार्केटिंग के कुछ प्रकार के बारे में। 

1. SEO (Search Engine Optimization)

SEO के माध्यम से अपने प्रोडक्ट या सर्विसेज से सम्बंधित किसी Keyword पर वेबपेज को SERP (Search Engine Result Page) में सबसे ऊपर रैंक करवा सकते है। 

जैसे :- मान लेते है आपका एक डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी है तो आपका Keyword होगा Best Digital Marketing Agency या Best Digital Marketing Agency in [शहर का नाम] इत्यादि जिनपर आप अपने वेबपेज को SERP में रैंक करवा सकते है। 

Note :- वेबपेज के Collection को ही वेबसाइट बोलते है। ये जो आप अभी पढ़ रहे हो यह भी वेबपेज ही है या आप किसी भी वेबसाइट पर जाते हो वहाँ आप आप जो भी पढ़ते हो वह वेबपेज पर ही लिखा होता है। वेबपेज को थोड़ा आसान भाषा में समझते है, आपके घर में अलग अलग कमरे होंगे यानि कमरे के Collection को घर बोलते है। यहाँ वेबसाइट घर हुआ और वेबपेज कमरा। 

SEO फ्री प्रोसेस है कही कोई चार्ज नहीं देना होता। 

SERP में वेबपेज को रैंक करवाने से क्या फायदे होते है?

आपने अक्सर सुना होगा, अपना Product बेचने के लिए ग्राहक को ढूंढना पड़ता है पर SERP में वेबपेज को रैंक करने के बाद आप ग्राहक को नहीं बल्कि ग्राहक आपको ढूंढता है। 

SERP में रैंक करने के बाद फ्री में लाखों ग्राहक मिल जाएंगे जो आपके प्रोडक्ट या सर्विस में रूचि रखते है। 

SEO कितने प्रकार के होते है (Types Of SEO)

SEO 3 प्रकार के होते है। 

1. On Page SEO

On Page SEO वेबपेज Level पर होता है। जैसे :- यह जो आप वेबपेज पढ़ रहे है उसमे कीवर्ड का उपयोग किया गया है, टाइटल लिखा गया है, डिस्क्रिप्शन लिखा गया है इत्यादि और कीवर्ड, टाइटल, डिस्क्रिप्शन अलग अलग वेबपेज के लिए अलग अलग होता है इसी को On Page SEO कहते है। 

2. Technical SEO

Technical SEO वेबसाइट Level पर होता है। जैसे :- हम SSL Certificate (https) लगवाते है तो वह पुरे वेबसाइट पर लगता है ना की किसी एक वेबपेज पर इसे ही Technical SEO बोला जाता है। 

3. Off Page SEO

वेबसाइट को Promote करना, बैकलिंक बनाना इत्यादि को Off Page SEO बोला जाता है। 

2. Social Media

मार्केटिंग के लिए Social Media काफी महत्वपृर्ण है क्योकि आज Social Media पर Active Users की संख्या काफी बड़ी है। 

Social Media पर प्रमोशन करने के लिए दो चीजे की जाती है। 

1. SMO (Social Media Optimization)

Account Details अच्छे से Fill करना, Description को ऐसे लिखना जिससे Reach भी बढ़े यूजर को भी अच्छा लगे, Hashtag (#) कैसे उपयोग करना है इत्यादि यही सारी चीजे SMO कहलाती है। SMO बिलकुल मुफ्त होता है। 

2. SMM (Social Media Marketing)

बेहतरीन Strategy बनाकर Social Media पर Ad. चलाना ही SMM कहलाता है।

3. SEM (Search Engine Marketing)

आज सबसे Popular Search Engine है Google, इसलिए ज्यादातर लोग Search Engine Marketing के लिए Google Ads. का ही इस्तेमाल करते है। 

Google Ads. कितने प्रकार के होते है? (Types of  Google Ads.)

1. Search Ad.

Google पर कुछ search करने पर सबसे ऊपर 3 या 4 Result में Ad लिखा हुआ रहता है इसे ही Search Ad. बोला जाता है और इसे Google Ads. के द्वारा लगाया जाता है। 

Search Ad.
Search Ad. Example

2. Shopping Ad. 

Shopping से सम्बंधित Keyword गूगल में सर्च करने पर सबसे ऊपर में कुछ Product का लिस्ट दीखता और लिस्ट के ऊपर Ads. लिखा हुआ रहता है इसे ही Shopping Ad. बोला जाता है। 

Shopping से सम्बंधित Keyword :- Best Laptop, Best Mobile, Laptop, Mobile, Shirt, Shoes इत्यादि 

Shopping Ad
Shopping Ad Example

3. Display Ad.

किसी Website में आपने कभी ना कभी Image Ad. जरूर देखें होंगे या हमारे इस Article को पढ़ते वक्त भी आपको कुछ Image Ad. दिख रहे होंगे, इसी Image Ad. को Display Ad. बोला जाता है। 

Display Ad. कहाँ कहाँ दीखते है 

Display Ad. AdSense Approved Website, YouTube, Mobile Apps, Gmail इत्यादि जगहों पर दीखते है।

Display Ad.

4. Video Ad

आप YouTube पर वीडियो जरूर देखते होंगे और वीडियो के बिच में कभी ना कभी Ad. भी देखा होगा इसी Ad. को Video Ad बोला जाता है। 

Video Ad
Video Ad Example

5. Discovery Ad.

Discovery Ad. दो प्रकार के होते है पहला Discovery Carousel Ad और दूसरा Discovery Ad

Discovery Carousel Ad

Discovery Carousel Ad में 2, 3 या इससे ज्यादा Image लगा कर Ad बनाया जाता है।

Discovery Carousel Ad

 

Discovery Ad

इसमें एक ही Image का Ad बनता है। यह कुछ हद तक Display Ad जैसा दीखता है। 

Discovery Ad. कहाँ-कहाँ दीखते है?

Discovery Ad गूगल या गूगल क्रोम App के Discover सेक्शन, YouTube और Gmail में दीखते है। 

6. Local Ad.

गूगल पर Local Keyword Search करने पर कुछ Google My Business की लिस्टिंग दिखती है उसी लिस्टिंग में सबसे ऊपर Ad. लिखा हुआ रहता है उसे ही Local Ad. बोला जाता है। 

Local Keyword Example :- Best Travel Agency in Delhi, Best Travel Agency near me इत्यादि। 

4. Email Marketing

Email को कैसे Collect करना है, Email Marketing Tool का उपयोग कर लाखो Email कैसे भेजने है, किन Words का उपयोग करने से Mail Spam में चला जाता है इत्यादि यही सारी चीजे Email Marketing में करनी होती है। 

5. Local Business Listing

Google My Business और दूसरे Local Listing Website पर अपने Business को लिस्ट करवाना ही Local Business Listing कहलाती है। 

6. Content Marketing

Content को लिखते वक्त किन words का उपयोग करना है जिससे ज्यादा से ज्यादा CTR मिले या ज्यादा से ज्यादा Lead Generate हो। Blog कैसे लिखना है जिससे रीडर पूरा पोस्ट पढ़े यही यही सारी चीजे Content Marketing कहलाता है। 

7. ORM (Online Reputation Management)

लोग इंटरनेट पर आपके ब्रांड के बारे में क्या बाते कर रहे है उसपर निगरानी करना, जो नकारात्मक बातें कर रहे है उन्हें Reply कर उनकी समस्या पूछना और उनकी समस्या का समाधान कर उनके दिमाग में अपने ब्रांड का सकारात्मक छवि बनाना, अगर बहोत ज्यादा लोग आपके ब्रांड के बारे में नकारात्मक बातें कर रहे है तो Strategy बनाकर उनके दिमाग में अपने ब्रांड का सकारात्मक छवि बनाना इत्यादि ही ORM कहलाती है। 

8. Affiliate Marketing

Commission लेकर किसी के Product को बेचना ही Affiliate Marketing कहलाती है। आज Affiliate Marketing की सुविधाएं अमेज़न सहित कई कम्पनियाँ दे रही है और लोग इससे अच्छे खासे पैसे भी कमा रहे है। 

9. YouTube SEO

आज YouTube पैसे कमाने के साथ साथ Marketing करने का भी एक अच्छा Platform है और जबसे YouTube Shorts आया है तबसे YouTube फ्री मार्केटिंग करने का एक उत्तम जरिया बन चूका है क्योकि Shorts का reach बहोत ज्यादा होता है। 

Keyword Research कर YouTube Video का Title, Description और Tags लिखना ही YouTube SEO कहलाती है। 

10. Google AdSense

AdSense के माध्यम सेअपने वेबसाइट या यूट्यूब चैंनल पर लोगो को Ad दिखाकर पैसा कमा सकते है। वैसे आज वेबसाइट या यूट्यूब चैंनल के लिए AdSense का Approval मिलना काफी मुश्किल है। 

डिजिटल मार्केटिंग कोर्स कैसे करे?

डिजिटल मार्केटिंग कोर्स आप फ्री और paid दो तरीको से कर सकते है। फ्री कोर्स आपको यूट्यूब पर मिल जाएगा वही paid कोर्स आप किसी Digital Marketing Institute से कर सकते है या बहोत सारे Institute Online क्लास करवाते है आप वहाँ से कर सकते है या Recorded Class खरीद कर आप डिजिटल मार्केटिंग सिख सकते है। 

अगर आप मेरी बात माने तो YouTube डिजिटल मार्केटिंग सिखने के लिए काफी है। दोस्तों मैं आशा करता हु आप डिजिटल मार्केटिंग कोर्स कैसे करे समझ गए होंगे। 

डिजिटल मार्केटिंग कोर्स फीस

डिजिटल मार्केटिंग कोर्स फीस की हम बात करे तो अलग-अलग Institute की फीस अलग-अलग होती है। कोर्स की फीस 5 हजार रुपए से लेकर 1 लाख रुपए तक होती है अब आप पर निर्भर करता है आप किस Institute 

डिजिटल मार्केटिंग में करियर (Career in Digital Marketing)

डिजिटल मार्केटिंग में काफी सारे Career Option है और आप पैसे कितने कमाओगे यह आप किस Option का चुनाव करते है उसपर निर्भर करता है। चलिए एक एक कर सभी Career Option पर चर्चा करते है। 

1. नौकरी (Job) या डिजिटल मार्केटिंग सैलरी

फ्रेशर को डिजिटल मार्केटिंग में जल्दी जॉब नहीं मिलती पहले उन्हें 2 से 3 महीने intern के तौर पर रखा जाता है, अगर काम अच्छा रहा तो उन्हें नौकरी दी जाती है। 

फ्रेशर को डायरेक्ट नौकरी भी मिलती है पर ऐसा अवसर बहोत कम लोगो को मिलता है ज्यादातर लोगो को पहले internship करनी ही पड़ती है। अगर हम avrage निकाले तो फ्रेशर को पहले साल 5 हजार से लेकर 20 हजार तक की सैलरी मिलती है। 

जैसे-जैसे exprience बढ़ता है वैसे-वैसे डिजिटल मार्केटिंग सैलरी भी बढ़ती है। 

अगर हम डिजिटल मार्केटिंग में नौकरी को देखें तो वहाँ कई post होते है। जैसे :- Seo Exclusive, Digital Marketing Manager, Social Media Expert इत्यादि। 

2. Business Promote

अपने व्यापर का डिजिटल मार्केटिंग कर ज्यादा से ज्यादा ग्राहक को ला सकते है और अपने प्रॉफिट को कई गुना बढ़ा सकते है। 

3. YouTube

YouTube Video बनाकर भी अच्छे खासे पैसे कमाए जा सकते है और बहोत लोग आज YouTube से कमा भी रहे है। 

YouTube Video तो कोई भी बना सकता है फिर डिजिटल मार्केटिंग करने की क्या आवशयकता है?

हाँ, YouTube Video कोई भी बना सकता है पर YouTube से व्यापर सिर्फ एक डिजिटल मार्केटर कर सकता है। खैर मैं इस टॉपिक पर विस्तार में एक केस स्टडी बनाना चाहता हु कुछ Example के साथ अगर आप केस स्टडी देखना चाहते है तो कमेंट बॉक्स में लिखे। 

दूसरा पहलु 

एक बंदा है जो अच्छा Content बनता है पर वह किसी Youtuber को नहीं जानता और उसे YouTube SEO के बारे में भी कुछ नहीं पता CTR कैसे बढ़ाया जाए इसके बारे में कुछ नहीं पता तो उसे Success होने में कम से कम 2 से 3 साल लगेंगे ही लगेंगे क्योकि उसे Keyword के बारे में कोई जानकारी नहीं है तो जो मन होगा वो Title लिखेगा और ज्यादातर चांस है की वह Description और Tag नहीं लिखेगा तो इससे होगा यह की उसके वीडियो का Impression ज्यादा लोगो के पास पहोचेगा नहीं और Impression नहीं गया तो वीडियो पर view आने का कोई चांस ही नहीं है।  

एक दूसरा बंदा है जो किसी Youtuber को नहीं जानता पर उसने डिजिटल मार्केटिंग कर रखा है और अच्छा Content बनाता है तो उसे Success होने में बहोत कम समय लगेगा क्योकि वह YouTube SEO कर Video का Impression ज्यादा से ज्यादा लोगो तक पहोचा देगा और उसे पता है ज्यादा से ज्यादा CTR कैसे लाना है। 

एक डिजिटल मार्केटर अपने पहले वीडियो पर 100 से 200 view आराम से ला सकता है। मैं आशा करता हु की आप YouTube पर Success होने के लिए डिजिटल मार्केटिंग कितना जरूरी है समझ गए होंगे। 

4. Blogging

Blogging एक बेहतरीन Career Option है और इससे आज काफी लोग लाखो रुपए कमा रहे है। Blogging में सफल होने के लिए अच्छा कंटेंट कैसे लिखा जाता है और SEO की जानकारी होना आवश्यक है।

5. Freelancing

आपने ठेकेदारी (Contractual) के बारे में जरूर सुना होगा, Freelancing भी कुछ ठेकेदारी जैसा ही है। ठेकेदारी और Freelancing दोनों में पैसे महीने के नहीं बल्कि काम के मिलते है भले ही आप काम 1 दिन में खत्म करो या 1 महीने में फर्क नहीं पड़ता। 

Freelancing के लिए आज बहोत सरे वेबसाइट है जिनपर अकाउंट बनाकर काम लिया जा सकता है।

6. Digital Marketing Agency

Digital Marketing Agency भी कुछ हद तक Freelancing जैसा ही है बस अंतर इतना है की Freelancing में आप सीमित होते हो यानि आप अगर डिजिटल मार्केटर हो तो आप डिजिटल मार्केटिंग का ही काम करोगे Website development का नहीं वही Agency में डिजिटल मार्केटिंग, Website development, Content Writing, Video Editing इत्यादि डिजिटल मार्केटिंग में उपयोग होने वाली हर चीज एक ही जगह मिल जाता है। 

आसान शब्दों में :- Freelancing एक छोटा दुकान की तरह है जहाँ एक ही प्रकार का सामान मिलता है जैसे :- कपडे के दुकान में कपड़ा, किराना दुकान में राशन इत्यादि वही Agency शॉपिंग मॉल की तरह है जहाँ आपके जरूरत का सारा सामान एक ही जगह मिल जाता है। 

Conclusion 

दोस्तों इस पोस्ट में मैंने Digital Marketing Kya Hai इस टॉपिक को बहोत ही कम और आसान शब्दो में आपको समझाने की कोसिस की है इसके आलावा इस पोस्ट में मैंने Digital Marketing vs Traditional Marketing दोनों में क्या अंतर है और डिजिटल मार्केटिंग में करियर के बारे में भी बताया है। तो दोस्तों कैसा लगा What is Digital Marketing in Hindi पोस्ट कमेंट कर जरूर बताए।