SEO एक ऐसा Skill है जिसके माध्यम से आप अपने वेबसाइट या बिज़नेस को सर्च इंजन में फ्री में प्रमोट कर सकते है। आज के पोस्ट में हम जानेंगे SEO क्या है, SEO कैसे करें और SEO में हमलोग क्या पढ़ने वाले है। 


SEO को समझने से पहले हमें यह जान लेना आवश्यक है Search Engine क्या है और कैसे काम करता है।

Search engine क्या है?

सर्च इंजन एक वेब आधारित सॉफ्टवेयर है जो World Wide Web (WWW) पर मौजूद जानकारी को आपके सर्च किए गए सवाल (Keyword) के अनुशार खोजता है और सर्च रिजल्ट को सूचि (List) के रूप में आपके सामने रखता है।

SERP (Search engine results pages) क्या है?

किसी Keyword को Search engine में सर्च करने के बाद आपके सामने सूचि (List) के रूप में कुछ Result दिखाई देते है उसे ही SERP बोला जाता है।

SERP दो प्रकार के होते है।

1. Organic Result
2. Paid Result



Organic Result

Organic Result उन Result को बोला जाता है जिनके लिए हमें पैसे नहीं देने पड़ते है। Organic Result में आने के लिए हम SEO, Content और Ranking Factors का सहारा लेते है। 

Paid Result

Paid Result उन रिजल्ट को कहा जाता है जिनके लिए पैसे देने पड़ते है। आपने Google पर किसी Keyword को सर्च करने के बाद ऊपर के चार result में Ad लिखा हुआ देखा होगा उसी को Paid Result बोला जाता है।

Google के Paid Result में आने के लिए Google Ads का सहारा लेना पड़ता है। Paid Result में आना भी आसान नहीं होता वहाँ भी कई Rule होते है जैसे :- Quality score, AD Rank इत्यादि। जब PPC का सीरीज शुरू होगा तो हमलोग बातें करेंगे Paid Result में कैसे आते है।

Search Engine कैसे काम करता है?

SERP List आसानी से तैयार हो जाता है, अगर आप ऐसा सोचते है तो आप बिलकुल गलत है। SERP List  में कौन वेबसाइट आएगा और कौन नहीं यह तय करने के लिए सभी सर्च इंजन Algorithm 
का उपयोग करते है।

जब आप वेबसाइट पर नया पोस्ट डालते हो तो  Search Engine Bot सबसे पहले उसे  Crawl करता है
इसके बाद उस पोस्ट को  Indexing के लिए भेजा जाता है। पोस्ट को Index होने के बाद Search Engine Algorithm के माध्यम से यह तय किया जाता है की यह पोस्ट किस पोजीशन पर रैंक
करेगी।

Search Engine  3 Steps में अपना काम पूरा करता है।

  1. Crawling
  2. Indexing
  3. Ranking

Crawling

वेबसाइट को Scan करके उसके डाटा (source code) को Save करना ही Crawling कहलाती है। Crawling का काम Search Engine Bot का होता है।

किसी वेबपेज (Post) का source code देखने के लिए आप अपने कंप्यूटर में Ctrl+U बटन को प्रेस करें। Ctrl+U बटन प्रेस करने के बाद जो source code दिखेगा Bot उसी को save करता है। 

Indexing

Crawling करते वक्त Search Engine Bot जो भी डाटा Save करता है उसे वह Indexer के पास भेजता है और Indexer उस डाटा को Search Engine Database में save करता है इसी process को Indexing बोला जाता है। 

Ranking

सभी Search Engine के पास Ranking निर्धारित करने के लिए अपना-अपना Algorithm होता है। Algorithm के आधार पर ही यह तय होता है कौन वेबसाइट किस पोजीशन पर रैंक करेगा।

Algorithm क्या है?

Algorithm को आप parameters भी समझ सकते हो। 

जैसे :- मान लेते है आप किसी कंपनी के मालिक हो और आपके कंपनी में कुछ seats खाली है अब उन seats को आपको भड़ना है तो seats को भड़ने के लिए आपके कुछ parameters होंगे जैसे :- MBA वाला बन्दा होना चाहिए, उम्र 40 से ज्यादा होने चाहिए, कंप्यूटर का ज्ञान होना चाहिए इत्यादि। इसी प्रकार से सर्च इंजन में रैंकिंग के लिए कुछ parameters होते है जिन्हे Algorithm बोला जाता है।

Note :- Search Engine Algorithm के क्या parameters है किसी को पता नहीं होता यहाँ तक की उस सर्च इंजन कंपनी में काम करने वाले लोगो को भी नहीं। Algorithm समय-समय पर बदलते रहते है कभी मामूली बदलाव होता है और कभी बड़ा बदलाव, मामूली बदलाव में रैंकिंग पर कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ता वही बड़े बदलाव होने पर रैंकिंग में भी बड़ा बदलाव देखने को मिलता है।

Bots या Search Engine Bots क्या है?

Search Engine Bots एक Software है जिसे Bots, Crawler, Robot आदि नामो से जाना जाता है। इसका काम होता है, आपके वेबसाइट पर जाकर Crawl करना।

Search Engine Bots काफी लम्बा topic है। इसपर हम कुछ ही दिनों में आने वाले पोस्ट में चर्चा करेंगे।

Caffeine क्या है?

Caffeine गूगल का indexer है और यह भी Search Engine Bots की तरह ही एक Software है। 

SEO का Full Form क्या है?

SEO का Full Form "Search Engine Optimization" होता है।

SEO क्या है?

सर्च इंजन को अपने वेबसाइट या वेबपेज के बारे में अच्छे से समझाना और अपने वेबसाइट को ऐसे Optimize करना की Search Engine Bot को Crawl करने में कोई परेशानी ना हो जिससे की वह हमारे वेबसाइट या वेबपेज को रैंक करें उसे ही Search Engine Optimization कहते है।

जैसे :- मेरे इस वेबपेज के Title, URL और Description में SEO क्या है कीवर्ड लिखा हुआ है तो गूगल समझ जाएगा की इस वेबपेज में SEO के बारे में जानकारी दी गई है इसके आवला मेरे इस पेज में Schema type में BlogPosting है जिससे गूगल मेरे पेज को ब्लॉग समझेगा और अपने Algorithm के अनुसार रैंक देगा। इसके आलावा भी बहोत सी चीजे है जिन्हे सर्च इंजन को समझाना होता है।

मैं आशा करता हु आप SEO क्या है समझ गए होंगे। अगर आपके मन में कोई सवाल है तो कमेंट कर पूछे, 100% आपके सवाल का जवाब आपको मिल जाएगा।

SEO कितने प्रकार के होते है (Type of Search Engine Optimization)

Search Engine Optimization 3 प्रकार के होते है। 


1. On Page SEO

2. Technical SEO

3. Off Page SEO

On Page SEO क्या है?

हम अपने Web Page में जो SEO करते है, उसे ही On Page SEO कहा जाता है। On Page SEO अलग-अलग Web Page के लिए अलग-अलग होता है। 

जैसे :- मैं किसी पोस्ट में SEO करूँगा वो On Page SEO कहलाएगा। आप अभी जिस पोस्ट को पढ़ रहे हो, उस पोस्ट में मैंने SEO क्या है Keyword डाला है, डिस्क्रिप्शन लिखा है, Permalink बनाया है इत्यादि ये सभी चीजे ही On Page SEO कहलाती है।

Technical SEO क्या है?

जो Search Engine Optimization हम Website Level पर करते है उसे ही Technical SEO कहा जाता है। 

जैसे :- मैं अपने वेबसाइट में SSL Certificates (https) लगता हु तो https मेरे पुरे वेबसाइट पर लगेगा ना की सिर्फ Home Page या किसी एक पोस्ट पर।

Off Page SEO क्या है?

अपने वेबसाइट के लिए किसी दूसरे के वेबसाइट पर लिंक बनाना ही Off Page SEO कहलाता है। साधारण भाषा में बोलू तो Backlinking करना ही Off Page Search Engine Optimization कहलाता है।

Backlink कैसे बनाते है?

बैकलिंक बनाने का Process बहोत ही आसान है, आपको अपने Website या Web Page का लिंक कॉपी करना है और दूसरे के Website में paste कर देना है। 

जैसे :- मुझे आपके Website से एक लिंक चाहिए, अगर आपने अपने Website पर लिंक डालने का Option दिया है तो मैं अपने Website का लिंक कॉपी करूँगा और आपके Website पर पेस्ट कर दूँगा लेकिन आपने अपने Website पर लिंक डालने का Option नहीं दिया है तो मैं अपना लिंक आपके Website डालने के लिए आपको Email के माध्यम से Request करुँगा, अगर आपका मन हुआ तो मेरा लिंक आपने वेबसाइट पर डालोगे अगर नहीं मन हुआ तो नहीं डालोगे। बस यही करना होता है Backlink बनाने के लिए। 

Backlinking क्यों करते है?

हम Backlinking इसलिए करते है ताकि सर्च इंजन हमारे वेबसाइट या वेबपेज को आसानी से Crawl और Index कर सके इसके आलावा Backlinking करने से हमारे साइट का Authority भी बढ़ता है जो हमारे वेबसाइट को सर्च इंजन में रैंक कराने में मदद करता है।

जैसे :- किसी ऐसे वेबसाइट पर आपने Backlink बनाया जहाँ सर्च इंजन के Bots हर 1 से 2 दिन पर आते रहते है, तो इससे होगा ये की जब भी सर्च इंजन के Bots उस वेबसाइट पर आएगा तो उसे वहाँ आपके वेबसाइट का लिंक दिखेगा और उस लिंक के सहारे वह आपके वेबसाइट पर आ जाएगा और सभी वेबपेज को Crawl और Index कर लेगा।

Backlink कितने प्रकार के होते है?

Backlink सामान्यतौर पर दो प्रकार के होते 

1. DoFollow Link

2. Nofollow Link

1. DoFollow Link

DoFollow Link का मतलब होता है अपना Trust Transfer करना, इसके आलावा Search Engine Bots को उस link के माध्यम से website पर जाने का आदेश देना।

मान लेते है आपने अपने वेबसाइट पर मेरे वेबसाइट का लिंक दिया और उसे DoFollow कर दिया, तो आपने अपना Trust मुझे transfer किया जिससे होगा ये की आपके वेबसाइट का जैसा image है गूगल की नजर में उसी के अनुसार मेरे वेबसाइट को रैंक देगा गूगल। 

अगर गूगल की नज़र में आपके वेबसाइट का इमेज अच्छा है तो मेरा वेबसाइट गूगल रैंक में ऊपर जाएगा लेकिन आपके वेबसाइट का इमेज गूगल की नज़र में बुरा है तो मेरा वेबसाइट गूगल रैंक में और निचे चला जाएगा। 

चलिए इसे हम एक उदाहरण के माध्यम से समझते है।

मान लेते है आप नए नेता है और आपको कोई नहीं जानता तो आपको बहोत कम वोट मिलेंगे, वही कोई अच्छे छवि वाले नेता लोगो को बोले आपको वोट देने के लिए तो आप वोट जित सकते है क्योकि अच्छे छवि वाले नेता आपको अपना trust दे रहे है। 

वही इसके विपरीत हो, कोई चोर नेता लोगो को बोले आपको वोट देने के लिए तो आपको बिना पहचान के जितने वोट मिलने वाले थे वो भी नहीं मिलेंगे। 

बस यही होता है DoFollow Link में।

2. Nofollow Link

इसे आप DoFollow Link का उल्टा समझ सकते है। Nofollow Link में Trust Transfer नहीं होता और Search Engine Bots को उस link के माध्यम से website पर नहीं जाने का आदेश दिया जाता है।

अगर आपने अपने वेबसाइट पर मेरे वेबसाइट का Nofollow Link दिया तो आपके वेबसाइट का गूगल की नजर में अच्छा-बुरा जैसा भी Image हो उसका मेरे वेबसाइट की रैंकिंग पर कोई असर नहीं होगा।

Internal Link क्या है?

अपने ही वेबसाइट के किसी post (Webpage) के लिंक को अपने ही वेबसाइट के दूसरे post में डालना Internal Linking कहलाती है। 

जैसे :- मान लेते है मेरे वेबसाइट पर 2 पोस्ट है पहला What is search engine optimization और दूसरा How to optimize meta title अगर मैं What is search engine optimization के लिंक को How to optimize meta title पोस्ट में दाल देता हु तो उसी को Internal Link बोला जएगा।

Inbound Link क्या है?

किसी दूसरे वेबसाइट से आपके वेबसाइट को जो link मिलता है उसे ही Inbound Link बोला जाता है। 

जैसे :- मान लेते है मेरे इस post का लिंक आपके वेबसाइट के किसी पोस्ट में डाला हुआ है तो वह मेरे वेबसाइट के लिए Inbound Link होगा और आपके वेबसाइट के लिए Outbound Link होगा।

Outbound Link क्या है?

आपके वेबसाइट से किसी दूसरे के वेबसाइट को जो लिंक मिलता है उसे ही Outbound Link बोला जाता है।

Search Engine Optimization Techniques कितने प्रकार के होते है?

SEO Techniques 3 प्रकार के होते है?
  1. White Hat
  2. Black Hat
  3. Gray Hat

1. White Hat

जो सर्च इंजन guideline को follow करते हुए अपने वेबसाइट का SEO करते है उन्हें White Hat बोला जाता है। 

2. Black Hat

जो सर्च इंजन guideline को बिलकुल भी follow नहीं करते उन्हें Black Hat बोला जाता है। जो Spam करते है उन्हें हम बड़ी इज्जत के साथ Black Hat बोलते है जबकि इन्हे spammer बोला जाना चाहिए।

Spammers को कुछ Digital Marketing संस्थान ने Black Hat का नाम दिया ताकि वो अपना Business बढ़ा सके। आप आज भी संस्थानों के पोस्टर को देखोगे तो लिखा होगा यहाँ Black Hat SEO सिखाई जाती है।

Black Hat Technique का उपयोग करने से कोई भी SERP में ऊपर नहीं आता बल्कि SERP से गायब हो जाता है।

3. Gray Hat

यह White Hat और Black Hat का मिश्रण होता है। इसमें सर्च इंजन guideline को कुछ जगहों पर follow किया जाता है और कुछ जगहों पर नहीं किया जाता। 


Keyword क्या है 

जब भी आपको कोई जानकारी चाहिए या किसी Problem का solution चाहिए तो आप अपने सवाल को गूगल या किसी दूसरे सर्च इंजन पर सर्च करते है। आपने जो सवाल गूगल से पूछा है वह आपके लिए बस एक सवाल है लेकिन SEO Person के लिए Keyword है।

जैसे :- आपको SEO क्या है इसके बारे में जानकारी चाहिए तो आप गूगल पर SEO क्या है सर्च करोगे। यह आपके लिए सवाल है लेकिन मेरे लिए Keyword है, अगर मैं इस Keyword पर गूगल में रैंक कर जाता हु तो मैं हजारो Targeted Audience को अपने वेबसाइट पर ला सकता हु।

मैं आशा करता हु आप Keyword क्या है और Keyword का क्या अहमियत है Search Engine Optimization में समझ गए होंगे।

Advance SEO क्या है 

किसी Tool का उपयोग कर SEO करना, Backlink बनाने के लिए Approach करने के तरीके इत्यादि को Advance SEO बोला जाता है। 

जैसे :- 

1. SEO करने से पहले अपने competitor के पेज में क्या-क्या कमियाँ है जानने के लिए मुझे competitor के पेज का source code को पढ़ना पड़ेगा जिसमे काफी समय लग जाएगा वही अगर मैं SEO quake का इस्तेमाल करू तो competitor के पेज की कमियाँ आसानी से पता चल जाएगा। 

2. बैकलिंक बनाने के लिए कैसे Approach करना है या किन-किन tools का इस्तेमाल कर आसानी से बैकलिंक सकते है इन्ही सब बातो को Advance SEO बोला जाता है।

पुरे SEO Module में Advance SEO नाम की कोई चीज नहीं है। SEO Expert अपना कोर्स बेचने के लिए Advance SEO जैसे Attractive शब्द का उपयोग करते है ताकि कोर्स को ज्यादा से ज्यादा लोग खरीदें। 

SEO में क्या-क्या पढ़ना है 

1. Website क्या है, Website कितने प्रकार का होता है, Hosting क्या है, Domain Name क्या है और Domain extension क्या है।

2. On Page

  • Keyword Research 
  • Keyword Placement 
  • Meta Title Optimization 
  • Meta Description Optimization 
  • URL Optimization 
  • Meta Keyword 
  • Heading Tag Optimization 
  • Content Optimization 
  • Image Optimization

3. Technical

  • Sitemaps 
  • How to Control Spiders 
  • International Targeting 
  • URL Canonical Issue 
  • Schema Data 
  • Fav Icon 
  • Google Search Console 
  • Google Analytics 
  • 404 Error 
  • 301 Redirection 
  • Html Structure 
  • CSS Structure 
  • Java Script Structure 
  • Java Script SEO

4. Off Page

  • What is Link Building and Link Earning 
  • Directory Submission 
  • Article Submission 
  • Press Release Submission 
  • Video Submission 
  • Profile Submission 
  • Search Engine Submission 
  • Image Submission 
  • PDF or PPT file Submission 
  • Social Bookmarking 
  • Guest Posting 
  • Quora Answer 
  • Classified Listing 
  • Form Posting 
  • Web 2.0 Submission 
  • Link Wheel 
  • What Types of Backlinks Ignores and Why 
  • How to Create Backlinks in 2020 and 2021

5. Skyscraper Technique 
6. Pogo Sticking 
7. Direct Ranking Factor 
8. Indirect Ranking Factor 
9. YouTube

Note :- ये सभी मैं इस वेबसाइट पर बताने वाला हु, अगर आप SEO का एक पार्ट भी छोड़ना नहीं चाहते तो हमारे वेबसाइट को सब्सक्राइब कर ले। 

SEO सिखने से पहले आपके पास एक वेबसाइट होना चाहिए। अगर ब्लॉग वेबसाइट हो और WordPress पर बना हो तो अच्छा है। अगर आपका कोई Business है और उसके लिए आपने वेबसाइट बना रखा है तो कोई बात नहीं आप Business Website पर भी Search Engine Optimization सिख सकते हो।

SEO सिखने के लिए कुछ स्किल आपके अंदर पहले से होनी चाहिए।

1. Analytical Skill 
2. Update रहना

1. Analytical Skill

Search Engine Optimization सिखने के लिए Analytical Skill आपमें होना जरूरी है। जब भी आप अपने Website या Web Page का SEO करोगे तो Perfect Keyword चुनने के लिए Analyse करना पड़ेगा, इसके आलावा सर्च इंजन रैंकिंग में Top 10 में जो वेबसाइट है उनको Analyse करना पड़ेगा की वह वेबसाइट Top 10 में कैसे आया।

इसके आलावा भी बहोत सी चीजे है जिन्हे Analyse किए बगैर आप सर्च इंजन रैंकिंग में Top 10 में नहीं आ सकते।

अगर आपमें Analytical Skill नहीं है तो कोई बात नहीं, अगर आप प्रयास करोगे किसी भी चीज को Analyse करने की तो यह skill आपमें धिरे-धीरे आ जाएगा।

2. Update रहना

SEO में अपने Competitor से आगे रहना है तो यह स्किल आपमें होना चहिए। Update रहना कोई स्किल नहीं है, जैसे आप न्यूज़ पढ़ते हो वैसे ही कुछ SEO person को follow कर आप Update रह सकते हो। कुछ लोग SEO Update नहीं पढ़ना चाहते जिसके कारन कुछ टीचर Update रहने को भी एक स्किल बना दिया जिससे लोगो में Update रहने का लत लग जाए। 

आज भी कई ऐसे डिजिटल मार्केटिंग संस्थान है जिनमे SEO अभी भी पुराने तरीको से पढ़ाया जाता है।

जैसे :- Title में Character गिनना, गेस्ट पोस्टिंग से Do-follow link बनाना, धराधर डायरेक्टरी सबमिशन करना करना इत्यादि।

FAQ (Frequently Asked Questions)

Q1. क्या Search Engine Optimization का मतलब ही Digital Marketing होता है?

Ans - नहीं, Digital Marketing का एक छोटा सा module Search Engine Optimization है। Digital Marketing में बहोत से module पढ़ने होते है जैसे :- सोशल मीडिया, Email Marketing, Search Engine Optimization इत्यादि। 

Q2. क्या SEO सिखने के लिए coding की knowledge होना जरूरी है?

Ans - SEO सिखने के लिए coding की knowledge होना जरूरी नहीं है पर coding की knowledge होने पर आपको थोड़ा सा Advantage जरूर मिल सकता है।

Q3. SEO से पैसे कैसे कमा सकते है?

Ans - SEO से पैसे कमाने के बहोत से तरीके है जैसे :- SEO की काफी साड़ी Jobs है मार्केट में उसे करके पैसे कमा सकते हो, काफी लोग है जो अपने वेबसाइट का SEO करने के लिए SEO Person ढूंढते है आप उनका काम करके पैसा कमा सकते हो इसे Freelancing बोला जाता है इसके आलावा आप ब्लॉग लिखकर उसमे SEO करके पैसा कमा सकते हो।

Q4. किसी वेबसाइट को SEO के through रैंक कराने में कितना समय लगता है?

Ans - यह आपको कोई नहीं बता सकता की वेबसाइट को रैंक होने में कितना समय लगेगा। कोई वेबसाइट एक महीने में भी रैंक हो जाती है और कोई एक साल के बाद भी रैंक नहीं हो पाती। यह आपके मेहनत, Research और SEO को किस तरीके से Implement करते है उसपर निर्भर करता है।

Conclusion

हमने इस पोस्ट में Search Engine Optimization के कुछ मत्वपूर्ण चीजों को समझा और जाना SEO क्या है और SEO Kaise Kare इसके आलावा हमने देखा SEO में क्या पढ़ना पड़ता है। यह Search Engine Optimization के कुछ basic जानकारी थी हम आगे SEO को Details में पढ़ेंगे।